भारतीय राजदूत तरनजीत सिंधु अमेरिका में जाकर बताया कि भारत अभी फिलहाल में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, उसके बाद उन्होंने कहा कि भारत में अभी 73.2 अरब अमेरिकी डॉलर के 21 यूनिकॉर्न भी है।
तरनजीत सिंधु ने उम्मीद जताय है कि 2022 तक 50 से ज्यादा स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब भारत में शामिल हो सकता है। लेकिन अब हम आपको बता दें कि बहुत लोग नहीं जानते होंगे कि यूनिकॉर्न होता क्या है तो आपको बता दें कि यूनिकॉर्न एक ऐसी स्टार्टअप कंपनियों को कहते हैं, जिसकी कीमत एक अरब डॉलर से ज्यादा होता है।
उसके बाद संधू ने कहा की भारत में उद्यमशीलता तेजी से बढ रही है।आपको बता दे की भारत 2020 में शीर्ष 50 नवोन्मेषी अर्थव्यवस्थाओं में एक था। उसके बाद उन्होंने कहा की आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। जिसका 73.2 अरब कीमत वाले 21 यूनिकॉर्न का घर है। आपको बता दें कि 2022 तक 50 से ज्यादा यूनिकॉर्न स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो सकते है। यूनिकॉर्न ऐसे स्टार्टअप को कहते हैं, जिनमें यूनिकॉर्न बनने की क्षमता होती है. संधू भारतीय राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2020 के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यक्रम का को-स्पांसर भारतीय दूतावास था. एक इस कार्यक्रम का आयोजन उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग और अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच के सहयोग से किया गया है ।उसके बाद तरनजीत संधू ने एक रिपोर्ट में कहा कि भारतीय स्टार्टअप ने इस साल दिसंबर के बीच तक 9.3 अरब अमरीकी डॉलर जुटा लिया है।
इसके बाद संधू ने कहा कि भारतीय आईटी कंपनियों में बढ़ोतरी, बड़े टैलेंट पूल, तेजी से बढ़ते मध्य वर्ग और कैपिटल की उपलब्धता की वजह से भारत का स्टार्टअप इकोसिस्म लगातार बढ़ रहा है।।
अभी ज्यादातर स्मार्ट फोन का उपयोग किया जाता है। अभी इंटरनेट क्षेत्र में काफी वृद्धि हो रही है बताया जा रहा है कि इंटरनेट को और ज्यादा रफ्तार अभी मिल रही है।सरकार की ओर से स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे पहल के जरिए इसे एक अहम बूस्ट मिल रहा है।