भारत में पर्सनल फाइनेंस मैनेजमेंट का ज्यादातर हिस्सा पारंपरिक एजेंट अथवा ब्रोकर के माध्यम से संचालित होता है। भारत में लोगों को अक्सर फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स जैसे इन्शुरन्स, म्यूचअल फंड्स, आदि अधूरी या गलत जानकारी देकर बेचे जाते हैं और अक्सर यूनिट लिंक इंश्युरेंस प्रोडक्ट को गारंटी इनकम बताकर बेचा जाता है | kuvera एक ऐसा पर्सनल फाइनेंस स्टार्टअप है जो टेक्नोलॉजी की मदद से लोगों को अपना फाइनेंशियल मैनेजमेंट स्वयं करने में मदद करता है।
कुवेरा की शुरुआत 2016 में इन्वेस्टमेंट बैंकर गौरव रस्तोगी, नीलभ सान्याल और मयंक शर्मा ने की थी। kuvera एक रोबो एडवाइजरी प्लेटफॉर्म है जो बिना किसी कमीशन के लोगों को उनका फाइनेंस मैनेज करने में मदद करता है। Kuvera लोगों को गलत जानकारी और धोखे से बचाता है। यह प्लेटफार्म लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से फाइनेंशियल प्रॉडक्ट उपलब्ध करवाता है।
कुवेरा एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस बेस्ड प्लेटफार्म है । कस्टमर कुवेरा पर अपनी पर्सनल डिटेल्स अपने फाइनेंशियल गोल्स , जैसे रिटायरमेंट प्लानिंगिंग, बच्चों की पढ़ाई, हाउस आदि की प्लानिंग करते है। कुवेरा प्लेटफॉर्म की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गोरिथम इस जानकारी का उपयोग कर के कस्टमर की क्रेडिट प्रोफाइल और रिस्क टेकिंग कैपेसिटी आंकता है और उसी आधार पर उनको सुटेबल फाइनेंशियल प्रोडक्ट उपलब्ध कराता है।
वर्तमान में कुवेरा प्लेटफार्म पर लगभग 5 लाख यूजर रेजिस्टर्ड है और कुवेरा 8 हजार करोड़ रुपये के assest मैनेज कर रहा है। kuvera पर एवरेज पोर्टफोलियो साइज 10 लाख रुपये है। kuvera अपने यूजर के Transaction के कमीशन की जगह एनुअल फीस चार्ज करता है जो कि इस प्लेटफॉर्म के प्रीमियम फ़ीचर्स को अनलॉक करने के लिए जरूरी है हालांकि डिजिटल गोल्ड प्लानिंग और पोर्टफोलियो एडवाइस kuvera पर बिना किसी फीस के उपलब्ध है।
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Kuvera ने वर्ष 2019 में 4.5 मिलियन डॉलर सीरीज ए फंडिंग राउंड में 8 roads वेंचर्स के द्वारा प्राप्त किये थे और कुवेरा ने पिछले 12 महीने में अपने कस्टमर बेस को 5 गुना बढ़ा लिया है इसके साथ ही कुवेरा की मंथली ग्रोथ रेट लगभग 25 प्रतिशत रही है।