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मिल्कबास्केट (Milkbasket) को खरीदने जा रहा है, रिलायंस (Relince) 40 मिलियन से अधिक में

रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा समूह दोनों हर क्षेत्र में अपना नाम स्थापित करना चाहते हैं आपको बता दें कि अभी फिलहाल रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा समूह के बीच में युद्ध छिड़ गया है। कुछ दिनों पहले टाटा और बिग बॉस के बीच सौदा अच्छे ढंग से हो गया था।अब टाटा समूह आरआईएल मिल्क बास्केट एक किराना और दूध स्टार्टअप को लेने के लिए तैयार है।

Reliance-MilkBasket Deal की वर्तमान स्थिति क्या है।

Reliance-Milkbasket डील की चर्चा पिछले साल से चल रही है। ऐसा लगता है कि सौदा अंतिम चरण में पहुंच गया है। इससे पहले हितधारकों की असहमति के कारण सौदा जारी था। मिल्कबास्केट एक गुरुग्राम स्थित स्टार्टअप है।

जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि अब सभी हितधारकों को नए नियमों और शर्तों के लिए सहमति दी गई है। इस सौदे पर कुछ सप्ताह में हस्ताक्षर होने की उम्मीद जताई जा रही है।

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जानते हैं JioMart के लिए Milkbasket कितना फायदेमंद है?

Milkbasket ऑनलाइन किराने की डिलीवरी के लिए खासकर जाना जाता है। इसने उन्नत तकनीक की सहायता से ऑनलाइन आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रणाली को लागू किया है। Milkbasket के पास 130,000 ग्राहक है जो अपना एक मजबूत नेटवर्क बनाया हुआ है। यह दैनिक घरेलू उपयोग से संबंधित लगभग 9000 ब्रांड प्रदान करता है।

रिलायंस के सीईओ मुकेश अंबानी

एक बार सौदा पक्का हो जाने के बाद, यह JioMart को प्रमुख शहरों में अपने सदस्यता आधार को मजबूत करने में मदद करेगा। रिलायंस को मौजूदा अधिग्रहण की मदद से JioMart की धीमी वृद्धि में तेजी लाने की उम्मीद है। बिगबास्केट और अमेज़ॅन ने पहले भी मिलबॉस्केट को पाने का कोशिश किया था।

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अनंत गोयल, आशीष गोयल, अनुराग जैन, और यतीश तलवाडिया द्वारा 2015 में स्थापित, मिल्क बास्केट एनसीआर-दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु में संचालित होता है। कंपनी ने FY2020 में कुल 322 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर लिया है।

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