startupkhabar

भारत में बायजु एजुकेशन स्टार्टअप की धूम- बायजू रवीन्द्रन बने नए युवा अरबपति

BYJU’S The Learning App हाल के दिनों में भारत का सबसे बड़ा ऑनलाइन प्लेटरफॉर्म बन कर उभरा है। बायजू  लर्निंग एप छात्रों को पढ़ाई को मनोरंजक बना कर ऐसे पेश करता है, जिससे बच्चें खुद मजे लेकर नए नए कांसेप्ट सीख सकते हैं।

बायजू की स्थापना बायजू रवीन्द्रन ने 2015 में की थी और आज बायजू के चार करोड़ से अधिक यूजर और 25 लाख से ज्यादा पेड मेंबर हैं।

 

byjus

 

दक्षिण भारत के केरल में जन्में बायजू रवीन्द्रन एक स्कूल टीचर थे , जो आज अपने एजुकेशन स्टार्टअप के दम पर भारत में एक अरबपति बन चुके हैं।

Read More :- तेजी से बढ़ता एजुकेशन स्टार्टअप- टेस्टबुक

बायजू  रवीन्द्रन अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद लोगों को पढ़ाने लगे। उनके पढ़ाने का तरीका ऐसा होता था कि छात्रों को चीजें आसानी से समझ आ जाती थी। उनकी पढ़ाने की कला इतनी अच्छी थी कि उनसे पढ़ने वाले छात्रों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ते चली गई और वो एक सेलेब्रिटी टीचर बन गए। उन्होंने स्टेडियम में एक हजार छात्रों को एक साथ पढ़ाना शुरू कर दिया। उनकी चाहत ऐसे थी कि जैसे डिज्नी देख कर बच्चों का मन लगा रहता है वैसे ही पढ़ाई भी इतनी रोचक होनी चहिये की बच्चा अपने मन से पढ़ाई करे इसके लिये उन्होंने कार्टून लायन सिम्बा को लेकर क्लास 1 के बच्चों को गणित और इंग्लिश पढ़ाया है।

 

बायजू लर्निंग एप में क्लास 1 से आईआईटी जेइइ जैसे बड़े एग्जाम की तैयारी अपने इनोवेटिव टीचिंग तकनीकों के माध्यम से करवाता है। बॉयजू लर्निंग एप को जो बात सबसे खास बनाती है वह है कांसेप्ट को विजुअल तरीके से पेश करना जिसे सामने वाला आसानी से समझ पाता है।

हाल ही में विश्व की जानी मानी वेंचर कैपिटल फर्म टाइगर ग्लोबल ने बॉयजू को 200 मिलियन डॉलर की फंडिंग दी है और इस डील में बायजू की वैल्यूएशन 8 बिलियन डॉलर आंकी गई है। इस डील की वैल्यूएशन के हिसाब से बायजू रवीन्द्रन भारत  के सबसे नए अरबपति हो गए है।

 

 

सबसे महत्वपूर्ण बात है कि बायजू भारत की कुछ चुनिंदा ऑनलाइन कंपनियों में से एक है जो प्रॉफिटेबल है। वर्ष 2018-19 के फाइनेंशल ईयर में बायजू का कुल रेवेन्यू 1430 करोड़ था और कम्पनी के मुताबिक फाइनेंशल ईयर 2019-20 में बायूज़ का रेवेन्यू दोगुना बढ़कर 3000 करोड़ होने की संभावना है।

बॉयजु का अगला लक्ष्य है कि इस लर्निंग एप की सहायता से प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे सिविल सर्विसेज, कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट की तैयारी भी करवाई जाए। इस प्रकार के ऑनलाइन कोर्स का कास्ट पांच हजार से एक लाख के बीच हो सकती है। जनसंख्या के मामले भारत दूसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है और हर इंसान अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की चाह रखता है। ऐसे में बायजु एजुकेशन एप की सफलता तो निश्चित है ही और यह प्रॉफिट में मामले में  यह मील का पत्थर साबित करेगा|

Exit mobile version