भारत का किसान अनेक समस्याओं से जूझता रहता है। एक तरफ खेती की लागत लगातार बढ़ती जा रही है वही दूसरी ओर किसानों को अपने उत्पादन का सही दाम नही मिल पाता है। भारत में किसान और आखरी उपभोक्ता के बीच में अनेक एजेंट और दलाल काम करते हैं। जो ग्राहकों के लिए कृषि उत्पादों के दाम को जरूरत से ज्यादा बढ़ा देते हैं लेकिन इसका फायदा किसानों को नही होता है। अहमद नगर के एक किसान परिवार में जन्में करण hon ने इन समस्याओं को करीब से देखा था | पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर करन ने अनेक मल्टीनेशनल कंपनियों में काम किया और 2017 में जॉब छोड़कर एग्रीकल्चर स्टार्टअप Farmpal की स्थापना की।
Farmpal स्टार्टअप का लक्ष्य टेक्नोलॉजी का उपयोग कर के कृषि सप्लाई चैन को बेहतर बनाना है, जिससे किसानों को उनके उत्पादन का ज्यादा से ज्यादा दाम मिल सके।
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Farmpal एक एप बेस्ड प्लेटफॉर्म है जिस पर कृषि उत्पादों के खरीदार सीधे अपनी आवश्यकताओं को रजिस्टर्ड कर देते हैं, यह प्लेटफॉर्म सारी कस्टमर डिमांड्स को जोड़ कर उसको अनालीसिस करता है और उस आर्डर को सीधे अपने नेटवर्क से जुड़े किसानों तक पहुँचा देता है। इस प्रकार मांग पूर्ति को बैलेंस करने से कृषि उत्पादन की बर्बादी नही होती है और किसानों को अपने उत्पादन का बेहतर दाम मिलता है।
Farmpal प्लेटफॉर्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किसान अपने खेत से अधिकतम 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फॉर्म पाल कलेक्शन सेंटर में अपना उत्पादन पहुचां देते हैं और यहां से कस्टमर तक माल पहुँचाने की सारी व्यवस्था Farmpal लॉजिस्टिक टीम के द्वारा की जाती है। अपनी तेज और व्यवस्थित लॉजिस्टिक के कारण कस्टमर तक बहुत ही कम समय में ताजे फल और सब्जियां पहुचाई जाती है और इस प्रकार Farmpal किसानों और ग्राहकों दोनो को ही फायदा पहुंचा रहा है।
Farmpal स्टार्टअप बी2 बी सेगमेंट में काम करता है और इसके कस्टमर में अनेक होटल्स, रेस्टोरेंट्स , सुपर मार्केट चैन जैसे बिग बाजार ,बिग बास्केट आदि है।
वर्तमान में Farmpal अपने 1000 से ज्यादा किसानों के नेटवर्क के द्वारा 10 टन माल की सप्लाई रोजाना कर रहा है और कंपनी की योजना अगले एक साल में 5000 से ज्यादा किसानों को अपने प्लेटफॉर्म से जोडने की है।