विश्व आज COVID 19 नामक महामारी से जूझ रहा है | इस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए भारत सरकार को Lockdown जैसा कड़ा कदम भी उठाना पड़ा | लोगों में बीमारी को लेकर फैले डर और लॉकडाउन की पाबंदियों के चलते अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टरों में मंदी का माहौल बन गया है | इस चौतरफा मंदी के दौर में ऑनलाइन एजुकेशन एक ऐंसा सेक्टर है, जो न सिर्फ मंदी से अछूता रहा है बल्कि लॉकडाउन के कारण इसमें रिकॉर्ड वृद्धि देखी जा रही है | COVID 19 के कारण स्कूलों और कोचिंग संस्थानों को बंद रखा जा रहा है , और इन परिस्थिति में छात्र ऑनलाइन edutech प्लेटफार्म को तेजी से अपना रहे हैं |
पिछले कुछ समय में ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स जैसे BYJU’s , UNACADEMY और Vedantu ने भारत में तेज वृद्धि दर्ज की है , लेकिन नयी परिस्थिति में edutech प्लेटफार्म के पास तेजी से अपने सब्सक्राइबर बढाने का मौका है |
BYJU’S जो की भारत का सबसे स्थापित ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म है , उसने लॉकडाउन के दौरान 75 लाख नए यूजर को अपने प्लेटफार्म पर जोड़ा है | इसके साथ ही अप्रैल 2020 में कंपनी ने 350 करोड़ का रेवेन्यु अर्जित किया | अपने ऑनलाइन कंटेंट की डिमांड को देखते हुए BYJU’S ने 4000 लोगों को जॉब देने का फैसला हाल में लिया है |
UNACADEMY ने भी अप्रैल 2020 में अपने रेवेन्यु में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की | एक tweet के माध्यम से UNACADEMY के को-फाउंडर ने बताया कि कंपनी का रेवेन्यु अप्रैल 2020 में पूरे 2017 ,2018 और 2019 के आधे वर्ष को जोड़कर भी ज्यादा है | कम्पनी ने सभी पैरामीटर जैसे सब्सक्राइबर , विडियो व्यूज और वाचटाइम में लॉकडाउन के दौरान तेज वृद्धि दर्ज की है | इसी प्रकार की वृद्धि अन्य लर्निंग प्लेटफार्म जैसे Great Learning, Vedantu आदि में भी देखी जा रही है |
विशेषज्ञों का मानना है की Covid 19 संकट वर्ष 2020 के अंत तक रहने की सम्भावना है और इस प्रकार की असमंजस की स्थिति में देश में एजुकेशन मुख्य रूप से ऑनलाइन माध्यमों पर ही होगी | इन कारणों से भविष्य में edutech सेक्टर में लगातार तेज वृद्धि देखने को मिल सकती है |